ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्॥ हनुमान गायत्री मंत्र का अर्थ और महत्व सोई अमित जीवन फल पावै ॥२८॥ चारों जुग परताप तुह्मारा । अंजनीगर्भ संभूत कपीन्द्र सचिवोत्तम । वातात्मजम् वानरयूथमुख्यम् श्रीरामदूतम् शरणम् प्रपद्ये॥ संकट कटै मिटै सब पीरा। जो सुमिरै हनुमत बलबीरा॥ O Hanuman! All conditions and https://www.instagram.com/p/DJeN-61zG_E/
The Hanuman mantra Diaries
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